Smart Meter :- उत्तर प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत की जा रही है। जो बिजली चोरी को रोकने और बिजली वितरण प्रणाली को अधिक कुशल बनाने में मदद करेगा। स्मार्ट मीटर लगने से गलत बिलिंग से छुटकारा मिलेगा। वही पर यह न केवल बिजली चोरी को रोकने में सहायता करेगा, बल्कि उपभोक्ताओं को कई तरह के लाभ भी देगा।
जिससे उपभोक्ता एक-एक यूनिट का हिसाब रख सकेगा। यानी स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को अपनी बिजली की खपत पर नजर रखने में मदद करते हैं, जिससे बिजली की बचत कर सकते हैं। अब लोगो को बिजली विभाग के कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं होगी। वे घर बैठे ही अपने स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कर सकेंगे। चलिए अब जानते है, “Smart Meter” के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से।
Smart Meter क्या है?
स्मार्ट मीटर पारंपरिक मीटरों का एक उन्नत संस्करण है, जो बिजली की खपत को डिजिटल रूप से मापता है, और इस डेटा को बिजली कंपनी को वास्तविक समय में भेजता है। जिससे बिजली चोरी को रोकने में मदद मिलती है। ये मीटर बिजली की खपत के बारे में सही जानकारी प्रदान करते हैं, स्मार्ट मीटर से गलत बिलिंग की समस्या से छुटकारा मिलेगा। जिससे बिजली की बचत की जा सकती है। घर बैठे ही अपने स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कर सकेंगे।
Smart Meter कितने चरणों में लगाए जायेंगे स्मार्ट मीटर
आपकी जानकारी के लिए बता दे की मीटर अधिशासी अभियंता संजय कुमार ने कहा है, की स्मार्ट मीटर तीन चरणों में लगाए जायेंगे। जिसकी पूरी जानकारी निचे दी गई है:-
पहला चरण : पहले चरण में स्मार्ट मीटर विद्युत उपकेंद्र के फीडर पर लगाए जायेंगे। स्मार्ट मीटर लगाने का पहला चरण फीडर पर इसलिए शुरू किया जाता है, ताकि बिजली वितरण प्रणाली को स्मार्ट मीटरों के लिए तैयार किया जा सके और बिजली चोरी को रोकने, बिजली वितरण में सुधार करने और ग्राहकों को अधिक सुविधाएं प्रदान करने के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। अब तक पांच विद्युत केंद्र के 10 फीडर पर स्मार्ट मीटर लगा दिए गए हैं।
दूसरा चरण: दूसरे चरण में ट्रांसफार्मरों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जायेंगे।
तीसरा चरण : इसके बाद तीसरे चरण में स्मार्ट मीटर सरकारी कार्यालय, दुकानो और लोगों के घरों में लगाए जायेंगे।
Smart Meter का सर्वे
स्मार्ट मीटर लगाने के लिए सर्वे किया जा रहा है। बिजली विभाग की तरफ से साढ़े चार लाख स्मार्ट मीटर लगाए जायेंगे। जिसके लिए एक टीम का तैयार किया गया है। इसमें से 19 विद्युत उपकेंद्र में शहर के तीन उपकेंद्रों से जुड़े क्षेत्र का सर्वे पूरा कर लिया गया है, साथ ही 69 फीडरों का भी सर्वे भी पूरा हो गया है। इसके अलावा इन सब टीमों ने 16,200 उपभोक्ताओं का सर्वे पूरा कर लिया गया है। सर्वे पुरे होने के बाद मीटर लगाने का कार्य शुरू हो जायेगा।
Smart Meter लगाने के फायदे
- उपभोक्ताओं को अब बिजली विभाग के कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं होगी। वे घर बैठे ही अपने स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कर सकेंगे।
- उपभोक्ताओं को सटीक बिजली बिल प्राप्त होगा गलत बिलिंग की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
- स्मार्ट मीटर में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे बिजली चोरी नहीं की जा सकती।
- स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को अपनी बिजली की खपत पर नजर रखने में मदद करते हैं, जिससे वे बिजली की बचत कर सकते हैं।
- अगर मीटर पर लोड अधिक हो जाता है तो अलर्ट भेजा जाता है।
Conclusion
स्मार्ट मीटर बिजली क्षेत्र में एक क्रांति ला रहे हैं। ये न केवल बिजली चोरी को रोकने में मदद करेंगे। बल्कि बिजली वितरण को भी अधिक कुशल बनाएंगे। यूपी में स्मार्ट मीटर लगाने का निर्णय इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है। आज की इस पोस्ट में हमने आपको “Smart Meter” के बारे में पूरी जानकारी दी है। उम्मीद करते है, की आपको दी गई पूरी जानकारी पसंद आई होगी। दोस्तों अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी है, तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे।